Affiliate Marketing in Hindi एफिलिएट मार्केटिंग क्या है और इसे कैसे करें । Affiliate Marketing सीख कर आप अपना बिजनेस कर सकते हैं या जॉब भी कर सकते हैं। Affiliate Marketing में अपना कैरियर बनाने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना बेहतर है।
Affiliate Marketing in Hindi एफिलिएट मार्केटिंग क्या है
एफिलिएट मार्केटिंग की हिंदी होगी संबद्ध विपणन मगर हम यहाँ Affiliate Marketing शब्द का ही प्रयोग करेंगे। एक विज्ञापन मॉडल जिसमें एक कंपनी ट्रैफ़िक प्राप्त करने के लिए तीसरे पक्ष के प्रकाशकों यानी थर्ड पार्टी पब्लिशर्स को मुआवजा देती है जिससे कंपनी के उत्पादों और सेवाओं को ग्राहक मिल सकें उसे Affiliate Marketing कहते हैं। थर्ड पार्टी पब्लिशर्स को एफिलिएट्स कहते हैं जो कि कमीशन के बदले कंपनी को ग्राहक मिलने में सहायता करते हैं।
Affiliate Marketing कैसे काम करता है
इंटरनेट ने Affiliate Marketing के महत्व को बढ़ा दिया है। Amazon और Flipkart जैसी कंपनियों ने Affiliate Marketing कार्यक्रम बनाकर इसे लोकप्रिय बनाया। इसके तहत वेबसाइट और ब्लॉगर्स को कमीशन मिलता है। वे अपनी साइट पर विभिन्न उत्पादों की समीक्षा या चर्चा करते हैं साथ ही उस उत्पाद के लिए Amazon और Flipkart जैसी कंपनियों के उत्पाद का लिंक डालते हैं। इस अर्थ में Affiliate Marketing ऐसा Marketing कार्यक्रम है जहां बिक्री का कार्य एक विशाल नेटवर्क में आउटसोर्स किया जाता है।
हालाँकि Affiliate Marketing इंटरनेट से पहले का है, लेकिन डिजिटल मार्केटिंग, एनालिटिक्स और कुकीज़ की सुविधा ने इसे एक अरब डॉलर का उद्योग बना दिया है। Affiliate Marketing कार्यक्रम चलाने वाली कंपनी, इंटरनल एनालिटिक्स की मदद से लीड में आने वाले लिंक को ट्रैक कर सकती है और पता लगा लेती है कि कितने लीड बिक्री में परिवर्तित हुए हैं।
वेबसाइट्स पर विज्ञापन
ई-कॉमर्स व्यापारी जो कि अधिक से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं तक पहुंचना चाहता है वह Affiliate बना सकता हैं। Affiliate के पास कई वेबसाइट या ईमेल मार्केटिंग की लिस्ट हो सकती है। जिसके पास जितनी अधिक वेबसाइट या ईमेल की लिस्ट हैं उसका उतना ही बड़ा नेटवर्क होगा। फिर यह Affiliate Partner अपने नेटवर्क पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले उत्पादों का प्रचार करता है। Affiliate अपनी वेबसाइटों पर बैनर एड, टैक्स्ट एड या लिंक लगा कर या अपने ग्राहकों को ईमेल भेज कर उन उत्पादों को खरीदने के लिए प्रेरित करता है। Affiliate किसी सेवा या उत्पाद की तरफ दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए लेख, वीडियो और इमेज के रूप में विज्ञापनों का उपयोग करते हैं।
Affiliate की साइट पर जब आगंतुक ई-कॉमर्स साइट के इन लिंक या विज्ञापनों में से किसी एक पर क्लिक करते हैं तो वे उस पेज पर पहुंच जाते हैं जहां संबंधित उत्पादन बिक्री के लिए उपलब्ध है। यदि वे उस उत्पाद या सेवा को खरीदते हैं, तो ई-कॉमर्स व्यापारी संबद्ध Affiliate के खाते में कमीशन डाल देता है जो कि आमतौर पर बिक्री मूल्य का 5% से 10% हो सकता है।
मर्चेंट और Affiliate दोनों के लिए फायदेमंद
Affiliate Marketing के उपयोग करने का लक्ष्य बिक्री को बढ़ाना है – व्यापारी और Affiliate दोनों को इससे लाभ होता है। अधिकतर कमीशन इंप्रेशन या क्लिक पर नहीं दी जाती अपितु सेल होने पर ही दी जाती है। क्योंकि तकनीक का इस्तेमाल करके झूठे क्लिक्स भी लगाये जा सकते हैं इसलिए कंपनियां केवल सेल होने पर ही कमीशन देतीं हैं।
Affiliate Marketing के फायदे और नुकसान
Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन पढ़ और समझ लेने चाहिएं क्योकि यह बहुत कड़े होते हैं। आप किसी गलत तकनीक का प्रयोग करके लिंक पर विजिटर नहीं भेज सकते। कुछ Affiliate Marketing Programme यह भी निर्धारित करते हैं कि जहां लिंक दिया गया है वहां के लेख की सामग्री कैसी होगी। धोखाधड़ी की संभावनाओं को कम करने के लिए ही Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन सख्त रखे जाते हैं।
Affiliates उन उत्पादों के लिए एडवर्ड्स नहीं चला सकते जिन पर कंपनी पहले से खुद का एडवर्ड्स चला रही है। इन सब संभावनाओं को देखते हुए Affiliate Marketing के नियम सख्त रखे जाते हैं। इसके कारण कई बार इस बिजनेस में सफलता प्राप्त करना कठीन हो जाता है। आपकी साइट के विजिटर उन उत्पादों में कितनी रुचि रखते हैं इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
Affiliate Marketing का फायदा यह है कि कंपनियों को ब्लॉग नेटवर्क पर उपलब्ध विजिटर्स तक पहुंच मिल जाती है और ब्लॉगर या पब्लिशर बिना अधिक महनत के पैसा बना सकता है।
Affiliate Marketing के लिए ध्यान रखने योग्य बातें
किस प्रॉडक्ट के लिंक लगायें
आप अपने विजिटर की पसंद और अपने ब्लॉग के विषय के अनुसार ही लिंक लगायें। जैसे कि यदि आपका योगा और डाइट का ब्लॉग है तो वहाँ एयरलाइन्स का Affiliate लिंक काम नहीं करेगा। इसके बजाये एयरलाइन्स का Affiliate लिंक किसी ट्रेवेल ब्लॉग पर बेहतर रिजल्ट देता है।
प्रॉडक्ट का रिव्यू
जिस प्रॉडक्ट का लिंक लगा रहे हैं उसी का रिव्यू लिखें, उस प्रॉडक्ट को ख़ुद प्रयोग करें और उसकी वास्तविक समीक्षा करें, इमेज लगायें और साथ ही उस प्रॉडक्ट का लिंक दें। आप यूट्यूब पर भी रिव्यू दे कर प्रॉडक्ट का लिंक लगा सकते हैं।
शुरू करने से पहले स्टडी करें
अपने पाठकों को जानें और उनसे कम्यूनिकेशन रखें। जिस प्रॉडक्ट का लिंक लगा रहे हैं उसकी जानकारी रखें। सब कुछ स्टडी करने के बाद ही इसे शुरू करें। यदि सफलता ना मिले तो प्रॉडक्ट बदल कर देखें।
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