किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें जिनमें कम रिस्क हो और लाभ की संभावना अधिक हो। ऐसे शेयर चुनना वाकई कठिन हो सकता है जिनमें लाभ की संभावना आधिक हो और जोखिम बहुत ही कम हो। हम ऐसे तरीके सीख सकते हैं जिससे कि हमें अपने निवेश में मुंह की ना खानी पड़े और हमारा पैसा और निवेश बढ़ता ही रहे। सावधानी से चलेंगे तो यहां शेयर मार्केट में आप अच्छा पैसा बना सकते हैं बस आपको पता होना चाहिये कि निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें और वह कौन सा तरीका है जिससे कम रिस्क में अधिक पैसा बनाया जा सके।
किस कंपनी के शेयर खरीदें। How you can select Shares for investment for high returns and low risk.
किस कंपनी के शेयर खरीदें
हमने आपको पहले भी कई बार बताया है कि कभी भी टिप्स के आधार पर निवेश ना करें। दोस्तों, रिश्तेदारों के बताये टिप्स की अवहेलना करना ही बेहतर होता है। इसी प्रकार आपके ब्रोकर या अन्य कई वेब साइट आपको निवेश के टिप्स और मैसेज भेजते होंगे। सबसे अच्छा तो यह है कि आप स्वयं स्टडी करें और अपने निवेश को समझें। आपको बताते हैं कि फंडामेंटल यानी आधारभूत रूप में मजबूत शेयर कैसे चुन सकते हैं।
आधारभूत रूप में मजबूत किस कंपनी के शेयर खरीदें
जब आप यह सोच रहे हैं कि किस कंपनी के शेयर खरीदें तो आपको इसमें यह देखना होगा कि कंपनी लगातार अच्छे फायनेंशल नतीजे दे रही है कि नहीं। आप तीन से पांच साल तक के नतीजे देख सकते हैं। कंपनी यदि आधारभूत रूप में मजबूत नहीं है तो उसमें निवेश ना करें। इसके लिये आपको जांचना होगा। निवेश के लिये शेयर चुनते हुए निम्न मानकों को जरूर परखें।
EPS ईपीएस
कंपनी कि प्रति शेयर आय की जाँच करें। सालाना ही नहीं आप तिमाही नतीजों में भी देख सकते हैं कि कंपनी का ईपीएस लागातार बढ़ रहा है या नहीं। इसका सीधा अर्थ है कि कंपनी की कमाई बढ़ रही है तो शेयर भी बढ़ेगा ही।
PE Ratio पी/ई रेशो
शेयर की कीमत का प्रति शैयर आय के अनुपात को चेक करें। यदि कंपनी का पीई रेशो अपने उद्योग में दूसरी कंपनियों के मुकाबले कम है तो Sahre के बढ़ने की संभावना आधिक हो सकती है।
Book Value बुक वेल्यू
शेयर की बुक वेल्यू और प्राईज/बुक वेल्यू देखें। अपने उद्योग में दूसरी कंपनियों के मुकाबले कम है या नहीं। तेज़ी से विकास कर रही कंपनी के शेयर की यदि बुक वैल्यू अधिक है तो कंपनी बोनस भी दे सकती है।
Dividend लाभांश
कंपनी लगातार लाभांश यानि Dividend दे रही हो। लाभांश दर यदि प्रति वर्ष बढ़ रही है तो यह एक निवेश करने लायक कंपनी हो सकती है।
यदि यह सब सूचनायें अच्छीं हैं तो कंपनी की बैलेंस शीट भी पढ़ें।
आंकड़े अच्छी तरह समझने के लिये TTM वित्तीय आंकड़े भी देखें।
कंपनी क्या काम करती है
यह समझना बहुत जरूरी है कि जिस Share में आप Invest कर रहे हैं वह कंपनी क्या बनाती है या कौन सी सेवायें देती है। कई प्रॉडक्टस ऐसे होते हैं जो हमारे रोज मर्रा के काम में हम प्रयोग करते हैं, उनके बारे में हमें अच्छी समझ होती है। आप जिस कंपनी के शेयर को खरिदना चाहते हैं वह कंपनी क्या करती है इसकी अपको बहुत अच्छे से समझ होनी चाहिये। कई बार कंपनी के वास्तविक काम को समझने में गलतफहमी हो सकती है। याद रखिये मोबाइल निर्माता और मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियां अलग अलग होतीं हैं। उसी प्रकार मोबाइल सेवा प्रदाता और मोबाइल टॉवर मैनटेनेंस कंपनियां अलग अलग होतीं हैं। उसी प्रकार तेल प्रोसेस कंपनियां और तेल मार्केटिंग कंपनियां भी अलग अलग होतीं हें। इस यरह की गलतफहमी से बचने के लिए कंपनी के बिजनेस को समझना बहुत आवश्यक है।
जिस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं उसका भविष्य भी देखें
जो कंपनी भूत काल में अच्छी थी उस कंपनी का भविष्य कैसा होगा यह भी समझ लें। क्या कंपनी का उत्पाद लंबे समय तक प्रयोग होने वाला होगा। कंपनी कोई ऐसा उत्पाद तो नहीं बनाती जो कुछ सालों में प्रयोग होना ही बंद हो जाये। बदलती तकनीक के जमाने में यह जानना बहुत आवश्यक है। कभी किसी ने सोचा था कि टापराइटर म्यूजियम में रखने की चीज बन जायेंगे?
अपने उद्योग में लीडर
ऐसी कंपनी जिसको उसके कंपीटीटर हरा ना सकते हों। अपने आसपास देखिये, कई प्रॉडक्टस मिल जायेंगे जो घर घर में प्रयोग होते हैं। जैसे कि सर्फ, यहां तक कि वाशिंग पॉवडर की जगह सर्फ ही बोला जाता है। ऐसी कई कंपनियां मिल जायेंगी जिनका अपने उद्योग में बोलबाला है और कोई प्रतिद्वंद्वी उनके नजदीक नहीं पहुंच पाता है। अधिकतर ब्लूचिप शेयर और FMCG शेयर इसी श्रेणी में आते हैं।
कंपनी क्या अनोखा कर रही है
ऐसा काम जो कोई नहीं कर रहा उस उद्योग में। कोई सर्विस सैंटर का नेटवर्क या कोइ प्रॉडक्ट का कॉपीराइट जिसे कोई दूसरा बना नहीं सकता। जैसे मारुति उद्योग का सर्विस नेटवर्क देश भर में फैला है। ऐसी कंपनियां अपने उद्योग में लीडर बन जातीं हैं।
कंपनी पर कर्ज
कंपनियां अपने विस्तार के लिये कर्ज लेती ही हैं और क़र्ज़ लेने में कोई बुराई भी नहीं है। देखने वाली बात है कि कंपनी कितना ब्याज दे रही है वह उसके लाभ के मुकाबले कितना है। आधिक कर्ज वाली कंपनियों से बच कर रहना ही श्रेयकर है।
मेनजमेंट
एक अच्छी मेनजमेंट टीम ही एक अच्छी कंपनी और नतीजे दे सकती है। अच्छी टीम अचानक आने वाले संकटों से भी बचाती है और कंपनी को नई उंचाइयों पर ले जाने में सक्षम होती है। इसके लिए आप उस कंपनी की ग्रुप कंपनियाँ भी देख सकते हैं। जैसे आमतौर पर टाटा ग्रुप की सभी कंपनियाँ अच्छे नतीजे देतीं हैं।
बोनस
कंपनी का बोनस और डिविडेंड का रिकार्ड भी देखें। यदि मेनजमेंट की नीति लगातार Bonus Share देने की रही है तो यह ना सिर्फ मेनजमेंट के आत्मविश्वास का परिचायक है बल्कि यह कंपनी के भविष्य में भी ऐसा ही करने की संभावनाओं का प्रतीक भी हो सकता है।
किस कंपनी के शेयर खरीदें कैसे निर्धारित करें
किस कंपनी के शेयर खरीदें और निवेश के लिये शेयर कैसे चुनें यह पूरी गारंटी के साथ ऐसे लेख में तो बता पाना मुश्किल है पर यदि आप इन सब बातों का ख्याल रखेंगे जो हमने इस लेख में बताईं हैं तो आपके लाभ की संभावना अवश्य बढ़ जायेगी।
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