TTM Full Form in Hindi टीटीएम क्या है और इसका क्या महत्व है, TTM का फुल फार्म क्या है और इसे कैसे निकालते हैं। एक ऐसा टूल जो भविष्य का मल्टीबैगर चुनने में आपकी मदद कर सकता है। शेयर बाजार में जब किसी कंपनी के वित्तीय आंकड़े देखे जाते हैं तो TTM पीरियड लिया जाता है। ऐसा क्यों किया जाता है और कैसे इस तरह से आंकड़े वास्तविकता के ज्यादा करीब हो जाते हैं यह समझते हैं आसान हिंदी में। शेयर बाजार के सभी पहलुओं को समझने के लिये पढ़ें शेयर मार्केट के बारे में हमारी साइट पर। Understanding TTM EPS and TTM PE Ratio in Hindi and these are important while deciding investment in shares.
TTM Full Form in Hindi – Don’t wait for 12 Months
कंपनियां अपनी बैलेंस शीट वार्षिक आधार पर जारी करतीं हैं मगर कंपनी की आर्थिक सेहत कैसी चल रही है यह जानने के लिये पूरे एक साल तक इंतजार नहीं किया जा सकता। कंपनियां तिमाही नतीजे भी जारी करतीं हैं। मगर तिमाही नतीजों के साथ समस्या यह है कि वे साल के सभी सीजनों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। जैसा कि सभी समझते हैं कि त्यौहारों के दिनों में यानी दिसंबर में खत्म होने वाली तिमाही में बहुत से उत्पादों की बिक्री अधिक होती है। इसी प्रकार एसी और फ्रिज गर्मियों में अधिक बिकते हैं। इसीलिये कंपनी के आय के आंकड़े साल भर के लिये ही लिये जायें तो ज्यादा अच्छे से वास्तविकता के निकट होते हैं।
TTM Full Form in Hindi
TTM का फुल फार्म है Trailing Twelve Months. वित्तीय आंकड़ों की रिपोर्टिंग के लिए पिछले 12 महीनों के आंकड़ों के लिए TTM शब्द का प्रयोग किया जाता है। यदि आप मार्च में सामप्त होने वाले वित्तीय आंकड़े देख रहे हैं तो बैलेंस शीट जो कि मार्च तक ही बनी है उसमें दिये आंकड़े ही पिछले बारह महीने के आंकड़े होंगे। मगर यदि आप जून में समाप्त तिमाही के आंकड़े देख रहे हैं तो TTM निकालने के लिये आपको पिछली चार तिमाहियों के आंकड़े जोड़ने पड़ेंगे। जून 2018 में जब किसी कंपनी के आय को देखा जायेगा तो जुलाई 2017 से जून 2018 तक के आंकड़े लिये जायेंगे। इस प्रकार हम सबसे ताजा प्राप्त आंकड़ों का सही संदर्भ में प्रयोग कर पायेंगे।
EPS और PE रेश्यो गिनने के लिये TTM
TTM का प्रयोग अक्सर EPS और PE रेश्यो गिनने के लिये किया जाता है। ऊपर दिये गये उदाहरण में जून 2018 में पिछले 12 महीने के EPS को TTM EPS कहेंगे। पिछले 12 महीने के आंकड़े चाहे पूरे वित्तीय वर्ष की तस्वीर नहीं दिखाते मगर सबसे बाद के 12 महीनों की तस्वीर दिखाते हैं। आधिकतर TTM आंकड़े कंपनी की बेहतर तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। यहां यह चेतावनी दे दें कि तिमाही नतीजे फाइनल नहीं होते और वित्तीय वर्ष के अंत में इनमें कुछ समायोजन हो सकते हैं। तिमाही रिजल्ट ऑडिट भी नहीं हुए होते।
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TTM से मल्टीबैगर शेयर पहचान सकते हैं
यदि आप किसी मल्टीबैगर शेयर को कम कीमत पर ही पहचान लेना चाहते हैं तो किसी कंपनी की आय और TTM EPS और PE रेश्यो पर नजर रख कर उसे बहुत पहले पहचान सकते हैं। किसी भी कंपनी के आखिरी चार तिमाहियों की आय को देख कर आप इसे निकाल सकते हैं। यह ना सिर्फ किसी भी कंपनी की वर्तमान वित्तीय स्थिती को जानने का तरीका हो सकता है अपितु भविष्य में कंपनी किस ओर जा रही है यह पहचानने का भी एक असरदार माध्यम हो सकता है।
आज आपने यह समझ लिया होगा कि TTM क्या है और इसका जानना कितना महत्वपूर्ण है। इस प्रकार की जानकारियों से निवेश के लिये सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं और शेयर बाजार में जोखिम को मात दे कर अचछी कमाई कर सकते हैं।
आगे पढ़ें तिमाही नतीजे कैसे पढ़ें
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